बिहार के चुनाव में सभी दल हल्ला बोल में लगे हैं और इसमे भी कुछ खास हैं। जैसे लालू प्रसाद .......... रामविलास पासवान ............ कल तक ये दो एक दुसरे को सुहाते तक ना थे और आज ................. कल भी साथ रहने का वादा करते हैं। बेचारे लालू जी की तो जवान फिसलन का दौरा पर गया है ........ कभी रोलर चलाने का वादा करते हैं तो कभी अपने खेवनहार कांग्रेस पार्टी को ही जो इन्हें सी बी आई से बचा रही है चारा निगलने के आरोप में , को ही कह देते हैं की बाबरी मस्जिद को तोड़ने का जिम्मा कांग्रेस पर भी आता है। लालू यादव का तो माय टूट गया । बिहार का मुस्लिम मतदाता लालू फोबिया से अपने को अलग कर रहा है। कांग्रेस को वो देख रहा है । इसी को लेकर लालू जी को बौखलाहट आ गई की मेरे मुस्लिम वोट को कांग्रेस क्यों तोरे। भारत के मुस्लिम मतदाताओं की एक बड़ी त्रासदी यही है की सभी राज्य में अलग अलग दल भाजपा नाम का भूत दिखा कर उसे फुसला लेते हैं। वोट लेने के बाद उनकी सुध किसी को नही होती। आख़िर कब तक ये ब्लैक मेलिंग चलता रहेगा । रावरी देवी भी लालू जी की ही तरह आज कल तोप ही छोर ही रही है। कौन नहीं जानता की अधिकांश नेताओं का चरित्र किस तरह का होता है। समाज को धोखा देना तो इनका पहला वसूल है ही इश्क से लेकर फरेब तक इनके आचरण में शामिल रहता है। ऐसे आचरण के ही अधिकांश नेता नेत्री हैं। तो किसी एक को टारगेट करने से कुछ नहीं होने वाला । अपने घर में भी रावरी जी को देखना चाहिए। खैर ये सब चुनाव तक ही। फिर नेता जनता को लूटने में लग जायेंगे।
Monday, April 27, 2009
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