Tuesday, May 5, 2009

नरेगा में लूट

राहुल गाँधी आजकल जब भी चुनावी भाषण की training ले रहे होते हैं तो उसमे नरेगा की चर्चा वे मुख्य रूप से करते हैं । लेकिन जिस खगरिया जिला में वे अपने प्रत्याशी महबूब केशर अली का चुनावी अभियान में सरिक हो रहे हैं वहीँ नीचे वर्णित ख़बर को पढ़ कर आप जान जायेंगे की नरेगा में मजदूर किस तरह लूट रहे हैं स्रोत दैनिक जागरण.......... सबसे आश्चर्य की बात यह की जिस प्रखंड की यह घटना है वहीँ से बिहार सरकार के कद्दावर मंत्री रामानंद सिंह जो परिवहन मंत्री हैं का गृह प्रखंड है ।
इस ख़बर को पढ़कर जान सकते हैं की कैसे नरेगा की धज्जियाँ उड़ रही हैं क्या राहुल गाँधी को सचमुच मजदूरों के अधिकार की चिंता है या वो भी मौसमी फायदा के चक्कर में हैं। ........................... इसे पढ़ कर ............. जाने हकीकत
एसडीओ द्वारा जब्त जेसीवी थाना से गायब
May 05, 12:32 amखगड़िया।
नरेगा योजना अंतर्गत बंदेहरा पंचायत में जेसीवी मशीन से मिट्टी की कटाई करने का एक मामला प्रकाश में आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त जेसीवी मशीन को गोगरी एसडीओ शोभेंद्र कुमार चौधरी द्वारा जब्त कर पसराहा थाना को सुपुर्द कर दिया गया। मामला एक सप्ताह पूर्व की बतायी जा रही है। इधर, अबतक इस संदर्भ में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी गयी है। और तो और उक्त जेसीवी भी थाना में नहीं है। इस संदर्भ में गोगरी एसडीओ ने बताया कि 27-28 अप्रैल को चुनावी कार्य के दौरान किसी ने मोबाईल पर उन्हें सूचना दी कि उक्त स्थल पर नरेगा योजना अंतर्गत चल रहे कार्य में शाम ढलने के बाद मजदूरों के बदले जेसीवी मशीन से मिट्टी कटवाये जा रहे हैं। सूचना पर जब वे उक्त स्थल पर गये, तो मामला को सही पाकर जेसीवी को जब्त कर पसराहा थाना को सौंप दिया। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में डीएम, डीडीसी को भी उन्होंने कार्रवाई को लेकर जानकारी दी है। वहीं नरेगा के प्रोग्राम पदाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई को भी लिखा। परंतु, अबतक क्या कार्रवाई हुई, यह तो पुलिस व नरेगा के अधिकारी ही बता पायेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि यह तो ग्रामीण विकास का मामला है। सीधे तौर पर उन्हें कोई कार्रवाई का अधिकार भी प्राप्त नहीं है। इधर, गोगरी डीएसपी मुरलीधर मिश्रा ने उक्त जेसीवी के संदर्भ में पूछे जाने पर बताया कि जेसीवी कहां है, उन्हें पता नहीं। हां, जेसीवी की चाभी थाना में ही है। अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं होने के सवाल पर उनका कहना था कि किसी अधिकारी ने इस संदर्भ में अब तक प्राथमिकी दर्ज करने हेतु लिखकर कुछ नहीं दिया है। ऐसे में उक्त जेसीवी के मालिक बिना मतलब जेसीवी को थाना में रखने का आरोप लगाकर हर्जाना का दावा करते, तो पुलिस कहां से देती। सूत्रों के अनुसार मजदूरों के पलायन को रोकने व उन्हें रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत रोजगार देने की मंशा से केंद्र सरकार द्वारा चलाये जा रहे उक्त योजना का यह नमूना मात्र है। सूत्रों का कहना है कि पूरे जिले में नरेगा अंतर्गत चलाये जा रहे योजनाओं की जमीनी जांच हो, तो ऐसे कई चौकाने वाले तथ्य सामने आयेंगे।